भारतीय संविधान का परिचय (Introduction of Indian Constitution) – भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। भारत के मूल संविधान में 22 भाग और 8 अनुसूचियाँ थीं। परन्तु वर्तमान में भारतीय संविधान में 25 भाग और 12 अनुसूचियाँ हैं।
संविधान सभा का गठन –
संविधान निर्माण हेतु एक संविधान सभा का गठन किया जाना था। संविधान सभा का गठन केबिनेट मिशन योजना के तहत नवंबर 1946 में किया गया। कैबिनेट मिशन मार्च 1946 में दिल्ली पहुंचा। जुलाई 1946 में संविधान सभा के लिए चुनाव हुए।
- 9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक सबसे वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद सिन्हा की अस्थायी अध्यक्षता में हुयी।
- 11 दिसंबर 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष चुना गया। साथ ही H C मुखर्जी की उपाध्यक्ष और B N राव को संवैधानिक सलाहकार के रूप में चुना गया।
- 13 दिसंबर 1946 को जवाहर लाल नेहरू द्वारा संविधान की आधारशिला के रूप में उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया।
- 22 जनवरी 1947 को सर्वसम्मति से उद्देश्य प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया।
- 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकृत किया गया। 299 सदस्यों में से 284 सदस्यों ने इस पर हस्ताक्षर किये।
- 26 जनवरी 1950 को संविधान को पूर्ण रूप से लागू किया गया और गणतंत्र की स्थापना की गयी।
नोट :- संविधान सभा में निर्णय बहुमत के आधार पर नहीं बल्कि सर्वसम्मति से लिए जाते थे।
भारतीय संविधान से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर –
- संविधान की आत्मा किसे कहा जाता है – प्रस्तावना
- संविधान का रक्षक किसे बनाया गया – उच्चतम न्यायालय
- संविधान का निर्माण किसके द्वारा किया गया – संविधान सभा
- संविधान सभा का गठन किस योजना के तहत किया गया – कैबिनेट मिशन योजना
- संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष कौन था – भीमराव अंबेडकर
- भारतीय संविधान किसने लिखा था – प्रेम बिहारी नारायण रायजादा
- भारत के मूल संविधान में कितने भाग थे – 22
- भारतीय संविधान में कितने भाग हैं – 25
- भारतीय संविधान में कुल कितने अनुच्छेद हैं – 395 अनुच्छेद
- भारतीय संविधान में सर्वाधिक अनुच्छेद कहाँ से लिए गए हैं – 1935 के अधिनियम से
नोट – भारत के संविधान में वर्तमान में 25 भाग एवं 12 अनुसूचियाँ और 395 अनुच्छेद हैं।