24 सितम्बर 2019 दैनिक समसामयिकी (Daily Current Affairs) – 24 सितंबर 2019 से सम्बन्धित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय राजनैतिक, आर्थिक, खेल आदि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण घटनाक्रम, प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन से जुड़े समाचार तथा दैनिक समसामयिकी टेस्ट –
FIFA Best Player of The Year – 2019
लियोन मैसी ने छठी बार यह खिताब अपने नाम कर इतिहास रच दिया है। ये 6 बार बेस्ट प्लेयर ऑफ द् ईयर बनने वाले पहले फुटवॉलर हैं। इससे पूर्व ये साल 2009, 2010, 2011, 2012, 2015 में भी वेस्ट प्लेयर ऑफ द् ईयर चुने जा चुके हैं। इनके साथ ही वूमन प्लेयर ऑफ द् ईयर का खिताब मेगन रपिनो ने जीता।
लांसेट-
लांसेट वह अंतरराष्ट्रीय संस्था है जिसने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में यह कहा है कि भारत में पांच वर्ष से कम आयु वर्ग के शिशुओं की मृत्यु की कुल संख्या में दो-तिहाई की मृत्यु का कारण कुपोषण है।
माधव आप्टे-
हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर माधव आप्टे का 86 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। इन्होंने साल 1952 में पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के टेस्ट क्रिकेट में भाग लिया था। इन्होंने मात्र एक साल ही क्रिकेट में अपना योगदान दिया। इन्होंने अपना अंतिम टेस्ट क्रिकेट अप्रैल 1953 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध किंग्सटन में खेला।
कृषि मंत्रालय द्वारा किसानों के लिए दो मोबाइल एप लांच-
हाल ही में देश के किसानों तक जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से कृषि मंत्रालय ने दो कृषि एप लांच किये हैं। यह दो एप CHC फार्म मशीनरी औऱ कृषि किसान एप हैं। इसके माध्यम से किसान अपने 50 किलो मीटर क्षेत्र के दायरे में उपलब्ध कृषि उपकरणों को किराए पर ले सकते है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड-
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड सर्वाधिक जम्मू-कश्मीर में जारी किए गए हैं। इस योजना के शुरु होने के बाद वहां पर 90 दिन के अंदर 11 लाख से अधिक गोल्डन कार्ड बनाए जा गए।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्यवाही शिखर सम्मेलन-
इस साल संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्यवाही शिखर सम्मेलन में कम से कम कार्बन वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए नई पहल की शिरुवात की गई है। इसके तहत विश्व में सर्वाधिक कार्बन का उत्सर्जन करने वाली अर्थव्यवस्थाओं के कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने हेतु पहल की गई है।
वंशानुगत विकारों के उपचार एवं प्रबंधन की विलक्षण पद्यतियां (UMMID)-
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने उम्मीद पहल की शुरुवात तथा निदान केंद्रों का उद्घाटन किया। इन निदान केंद्रों की स्थापना हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की भी मदद ली जा रही है। इन निदान केंद्रों की स्थापना के लिए देश के 115 जिलों को चुना गया है। इस पहल की शुरुवात नवजात शिशुओं के माता पिता को शिशुओं में आनुवांशिक रोगों के प्रति जागरूक करने हेतु की गई है। जिससे शिशुओं को आनुवांशिक रोगों से बचाया जा सके।