4 जनवरी 2020 दैनिक समसामयिकी (Daily Current Affairs)

4 जनवरी 2020 दैनिक समसामयिकी (Daily Current Affairs) – 4 जनवरी 2020 से सम्बन्धित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय राजनैतिक, आर्थिक, खेल आदि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण घटनाक्रम, प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन से जुड़े समाचार तथा दैनिक समसामयिकी टेस्ट –

अमेरिकी हमलें में मारे गए ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी –

03 जनवरी 2020 को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन द्वारा जारी बयान में कहा गया कि विदेश में अमेरिकी नागरिकों की रक्षार्थ किए गए ड्रोन हमलें में ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई है। इनकी मौत पर ईरान ने देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। अमेरिका द्वारा की गई इस कार्यवाही के चलते दोनों देशों में वेहद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने उनकी मौत का बदला लेने की बात कही है। ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी का काफिला जब बगदाद एयरपोर्ट की ओर जा रहा था तभी अमेरिकी सेना ने रॉकेट लांचर से हमला कर दिया। इस हमले में कासिम सुलेमानी के साथ डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल मुहादिस भी मारे गए।

कौन थे कासिम सुलेमानी ?

ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी का जन्म साल 1957 में ईरान के करमन में हुआ था। ये साल 1979 की क्रांति के बाद ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स में शामिल हुए थे। आयतुल्ला खयानी के बाद ईरान में इन्हें ही सबसे शक्तिशाली माना जाता था। इनका संगठन ‘कुद्स’ था जो सीधे देश के सर्वोच्च लीडर अयातुल्ला को ही रिपोर्ट करता था। कुद्स सेना विदेशी जमीन पर ईरान द्वारा किए गए ऑपरेशंस के लिए जिम्मेदार संगठन है। इस सेना ने भारत, ब्रिटेन व ईराक समेत विश्व के 20 से अधिक देशों में अपने खूफिया एजेंट्स होने का दावा किया है। कासिम ने साल 1998 में कुद्स की कमान संभाली थी। ‘कुद्स’ ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की ही एक एकाई के रूप में कार्य करता है। कासिम सुलेमानी को देश और विदेश में एक अहम हस्ती का दर्जा प्राप्त था। इससे पहले भी इजराइल औऱ पश्चिमी देशों की खूफिया एजेंसियां इनकी हत्या की साजिश रच चुकी हैं। परंतु 02 जनवरी 2019 की रात अमेरिका द्वारा ईरान में बगदाद एयरपोर्ट के निकट किए गए हवाई हमले में इन्हें अपनी जान गवानी पड़ी।

विश्व ब्रेल दिवस (04 जनवरी) –

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार विश्व भर में ऐसे लोगों की संख्या करीब 3 करोड़ 90 लाख से भी अधिक है जो देख नहीं सकते। इनके अतिरिक्त विश्व में करीब 25 करोड़ लोग ऐसे हैं जो आँखों की किसी न किसी प्रकार की बीमारी से ग्रसित हैं। लुइस ब्रेल के ही जन्मदिवस के उपलक्ष्य में हर साल 04 जनवरी को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय ब्रेल दिवस के रुप में मनाया जाता है। लुइस ब्रेल का जन्म 04 जनवरी 1809 को फ्रांस में हुआ था। इन्होंने बहुत कम उम्र में ही एक दुर्घटना में अपनी दोनो आंखों की रोशनी गवा दी। इसके बाद साल 1824 में मात्र 15 वर्ष की अवस्था में इन्होंने ब्रेल लिपि का अविष्कार किया। 06 जनवरी 1852 को मात्र 43 वर्ष की अवस्था में इनका निधन हो गया। ब्रेल लिपि एक विशेष लिपि है जिसे कागज पर उभरे हुए बिंदुओं के रुप में अंकित किया जाता है। उभरे हुए इन बिंदुओं को ‘सेल’ के नाम से जाना जाता है। यह लिपि आज विश्व भर में प्रयोग में लायी जाती है।

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