भारत में बोली जाती हैं 19500 से अधिक भाषाएं और बोलियाँ, जी-20 सम्मेलन की थीम व लोगा जारी, भारत करेगा मेजबानी, राष्ट्रीय जैव ऊर्जा कार्यक्रम…
Mother Tongue Survey of India –
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में 576 भाषाओं की फील्ड वीडियोग्राफी के माध्यम से Mother Tongue Survey of India को पूरा किया है। यह हर मातृभाषा के मूल स्वरूप को संरक्षित करने से संबंधित है। यह राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र में एक वेब संग्रह है। साल 2011 की जनगणना के भाषायी आंकड़ों के अनुसार देश भर में 19.5 हजार से ज्यादा भाषाएं एवं बोलियाँ प्रचलन में हैं।
जी-20 की थीम व लोगो –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 सम्मेलन के लिए थीम, लोगो और वेबसाइट को जारी किया है। इसकी थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ रखी गई है। इसका लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों की थीम पर है। यह पृथ्वी और भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल का समन्वय है। इस लोगो के नीचे हिन्दी भाषा की देवनागरी लिपि में भारत लिखा है। और उसके नीचे जी-20 की थीम वसुधैव कुटुम्बकम लिखी है। साल 2023 में होने वाले जी-20 सम्मेलन की मेजबानी भारत को मिली है।
वीक ऑफ द् यंग रिसर्चर्स –
हाल ही में भारत ने जर्मनी के साथ वीक ऑफ द् यंग रिसर्चर्स 2022 का आयोजन किया।
राष्ट्रीय जैव ऊर्जा कार्यक्रम –
हाल ही में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय जैव ऊर्जा कार्यक्रम को अधिसूचित किया है। इस कार्यक्रम को 2021-22 से 2025-26 तक की अवधि के लिए जारी किया गया है। इसे दो चरणों में लागू करने की योजना है। पहले चरण के लिए 858 करोड़ रुपये के बजट परिव्यय के साथ अनुमोदित किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत तीन उप योजनाओं को शामिल किया गया है – बायोगैस कार्यक्रम, अपशिष्ट से ऊर्जा कार्यक्रम, बायोमास कार्यक्रम।