डेली करेंट अफेयर्स 21 अक्टूबर 2022 | Daily Current Affairs in Hindi

दीसा हवाई क्षेत्र का उद्घाटन, बहुआयामी गरीबी सूचकांक में भारत का स्थान, प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना, इंटरनेट फ्रीडम इंडेक्स में भारत का स्थान, उपन्यास के लिए बुकर पुरस्कार 2022 किसने जीता ? प्रोजेक्ट वायु अमृत क्या है ?

दीसा हवाई क्षेत्र –

गुजरात के गाँधीनगर मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 अक्टूबर 2022 को डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। साथ ही भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट प्रधानमंत्री जी ने दीसा हवाई क्षेत्र की भी आधारशिला रखी। यह भारत पाक सीमा से मात्र 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रभावी केंद्र के रूप में उभरेगा। इन्होंने कहा कि गुजरात भारत में रक्षा का केंद्र बनेगा और देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा।

बहुआयामी गरीबी सूचकांक –

संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी गरीबी सूचकांक के अनुसार दुनिया में गरीबों की सर्वाधिक संख्या भारत में है। यहाँ पर गरीबों की संख्या 228.9 मिलियन (22 करोड़ 89 लाख) के करीब है। इसके अनुसार 2005-06 और 2019-21 के बीच भारत में गरीब लोगों की संख्या में लगभग 41.5 करोड़ की गिरावट आयी है। भारत के बाद गरीबों की सर्वाधिक संख्या नाइजीरिया में है।

प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना

हाल ही में केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना – एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना को शुरु किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन किया।

इंटरनेट फ्रीडम इंडेक्स

अमेरिकी NGO फ्रीडम हाउस द्वारा हाल ही में दुनिया भर के देशों में सर्वे के बाद यह इंडेक्स जारी की गई है। इसमें भारत को 51वें स्थान पर रखा गया है। पिछले साल 2021 में भारत इस इंडेक्स में 49वें स्थान पर था।

बुकर पुरस्कार 2022 –

श्रीलंका के शेहान करुणातिलका को साल 2022 के उपन्यास के बुकर पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन्हें यह सम्मान इनके उपन्यास ‘द् सेवेन मून्स ऑफ माली अल्मेडा’ के लिए प्रदान किया गया है।

प्रोजेक्ट वायु अमृत –

पराली जलाने को कम करने के लिए इंडियन ऑयल कार्पोरेशन और CII ने पंजाब के संगरूर में प्रोजेक्ट वायु अमृत को लांच किया। इसके तहत पराली जलाने से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आस-पास के गाँवों के करीब 300 किसानों ने भी हिस्सा लिया। पिछले सीजन में पराली जलाने में 84 प्रतिशत तक की कमी आयी।

Leave a Comment