पृथ्वी पर कितनी चीटियाँ हैं ?, असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में एबोड ऑफ द यूनिकॉर्न स्मारक की शुरुवात, क्या है स्वच्छ टॉयकैथॉन ?
पृथ्वी पर कितनी चीटियाँ हैं ?
आपको जानकार हैरानी होगी कि हाल ही में वैज्ञानिकों ने मिलकर पृथ्वी पर चीटियों की संख्या का आंकलन किया है। इनके अनुसार पृथ्वी पर लगभग 20 क्वाड्रिलियन या 20 हजार मिलयन मिलियन (20000,000000,000000) चीटियाँ हैं। जिनके द्वारा सामूहिक रूप से हर साल 12 मिलियन टन शुष्क कार्बन का निर्माण किया जाता है। यह शोध जर्मनी, आस्ट्रेलिया व हांगाकांग के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया। इस शोध में दुनिया भर की 489 स्टडीज को शामिल किया गया, जिनमें चीटियों की आबादी का विश्लेषण किया गया था। ये शोध महाद्वीपों पर जंगल से लेकर रेगिस्तान तक के शहरों में स्थित चीटियों के आवास पर आधारित थे। पृथ्वी पर चीटियों की 15,700 से अधिक प्रजातियाँ व उप प्रजातियाँ हैं।
एबोड ऑफ द यूनिकॉर्न –
असम राज्य ने राख का उपयोग कर गैंडों के लिए एक एबोड ऑफ द यूनिकॉर्न नाम से स्मारक बनाया है। इसे असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शुरु किया गया है। इसका अनावरण असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा किया गया। इस स्मारक को पूरा होने में 6 माह का समय लगा। एक साल पहले राज्य सरकार ने शिकारियों व अवैध व्यापारियों से जब्त किये गए एवं प्राकृतिक रूप से मरने वाले गैंडों के 2479 सीगों को जलाया गया था। कंकरीट मिश्रण में इन सीगों की राख का उपयोग कर गैंडों की तीन मूर्तियां बनाई गई हैं। जिन्हें इस पार्क में स्थापित किया गया है। 1300 वर्ग किलोमीटर में फैला काजीरंगा नेशनल पार्क एक सींग वाले गैंडों के लिए प्रसिद्ध है। हर साल 22 सितंबर को विश्व गैंडा दिवस मनाया जाता है। काजीरंगा पार्क को 1985 ई. में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
स्वच्छ टॉयकैथॉन –
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्वच्छ टॉयकैथॉन कार्यक्रम की शुरुवात की है। इसकी शुरुवात स्वच्छ अमृत महोत्सव के तहत की गई है। इसे खिलौनों के निर्माण में कचरे के उपयोग के लिए समाधान तलाशने के उद्देश्य से शुरु किया गया है। यह कचरे से टॉय निर्माण की एक प्रतियोगिता है। इच्छुक प्रतिभागी 11 नवंबर तक इसमें पंजीकरण कर सकते हैं। इसके बाद 30 नवंबर तक चयन प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। दिसंबर में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। एकल प्रतियोगिता में दो श्रेणियां है जिनमें पहली 18 वर्ष से कम की और दूसरी 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की है। इसके अतिरिक्त एक सामूहिक श्रेणी भी है जिसमे किसी भी उम्र के 2 से 5 लोग हिस्सा ले सकते हैं।