26 अगस्त 2019 दैनिक समसामयिकी (Daily Current Affairs) – 26 अगस्त 2019 से सम्बन्धित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय राजनैतिक, आर्थिक, खेल आदि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण घटनाक्रम, प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन से जुड़े समाचार तथा दैनिक समसामयिकी टेस्ट –
बैडमिंटन विश्वकप जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं पी. वी. सिंधु-
भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने स्विजरलैंड में चल रहे बैडमिंटन वर्ल़्ड चैंपियनशिप-2019 का खिताब अपने नाम कर लिया है। इन्होंने प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा को पराजित कर यह खिताब अपने नाम किया है। इस चैंपियनशिप को जीतने वाली पी. वी. सिंधु भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इनके जीतने के कुछ समय बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें बधाई दी। इस टूर्नांमेंट में सिंधु ने पहली बार साल 2013 में भाग लिया था। इस टूर्नामेंट में वे अब तक कुल 05 पदक जीत चुकी हैं। इनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं।
पी. वी. सिंधु के बारे में-
इनका पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु है। इनका जन्म 05 जुलाई 1995 को हैदराबाद में हुआ था। इनके पिता पी. वी. रमण औऱ माता पी. विजया दोनो ही पूर्व बॉलीबॉल खिलाड़ी हैं। इनके कोच पुलेला गोपीचंद हैं। सिंधु को साल 2013 में अर्जुन अवार्ड और साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। इसके बाद साल 2016 में इन्हें राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ये ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।
बहरीन ऑर्डर से सम्मानित हुए नरेंद्र मोदी-
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहरीन की यात्रा पर गए थे। वहां हुई द्विपक्षीय वार्ता पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किये। यहां पर मोदी जी को बहरीन के सम्मान ‘द् किंग हमाद ऑर्डर ऑफ दे रेनेसां’ से भी सम्मानित किया गया। इन्हें यह सम्मान भारत औऱ बहरीन के संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए दिया गया। मोदी बहरीन की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।
आज भारत में मनाई गई मदर टेरेसा की 109वीं जयंती-
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को हूआ था। ये साल 1929 में मात्र 19 वर्ष की अवस्था में भारत आईं और समाज सेवा में जुट गईं। इन्होंने साल 1950 में ‘मिशनरी ऑफ चैरिटी’ की स्थापना की। वर्तमान में ये संस्था विश्व के 123 देशों में कार्यरत है। आज संपूर्ण भारत वर्ष में इनकी 109वीं जयंती मनाई गई। 1979 में इन्हें शांति के नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद साल 1980 में इन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया। 05 सितंबर 1997 को इनका देहांत हो गया। 09 दिसंबर 2016 को इनकी मृत्यु के बाद वेटिकन सिटी के पोप फ्रांसिस ने इन्हें संत की उपाधि से विभूषित किया।