अक्षांश और देशांतर रेखाएं (Latitude and Longitude) – पृथ्वी की ऊपरी सतह के सरल व सटीक अध्ययन के लिए इस पर कुछ काल्पनिक रेखाएं खींची गई हैं । ये रेखाएं दो प्रकार की हैं – अक्षांश और देशांतर ।
अक्षांश रेखाएं –
अक्षांश रेखाएं वे हैं जिन्हें पृथ्वी के दोनों ध्रुवों के समानांतर वृत्ताकार रूप में खींचा गया है । सभी अक्षांश रेखाएं पृथ्वी पर वृहद वृत्त बनाती हैं । ग्लोब पर अक्षांशों की कुल संख्या 181 है । पृथ्वी पर 0° अक्षांश सबसे बड़ां अक्षांशीय वृत्त बनाता है । पृथ्वी की सतह के बीचो-बीच स्थित होने के कारण इसे भूमध्य रेखा और विषुवत रेखा के नाम से जाना जाता है । भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो गोलार्द्धों उत्तरी गोलार्द्ध औ दक्षिणी गोलार्द्ध में बांटती है । विषुवत रेखा के उत्तर में उत्तरी ध्रुव तक अवस्थित सभी अक्षांशों को उत्तरी अक्षांश के नाम से जाना जाता है । विषुवत रेखा के दक्षिण में दक्षिणी ध्रुव तक अवस्थित सभी अक्षांशों को दक्षिणी अक्षांश के नाम से जाना जाता है । 23 1/2 डिग्री उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा और 23 1/2 डिग्री दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा के नाम से जाना जाता है ।
कर्क रेखा पर बसे हुए देश –
हवाई द्वीप (USA) | मैक्सिको |
मॉरिटानिया | माली |
अल्जीरिया | नाइजर |
लीबिया | चाड |
मिश्र | सऊदी अरब |
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) | ओमान |
भारत | बांग्लादेश |
म्यांमार | चीन |
ताइवान | बहमास |
मकर रेखा पर बसे हुए देश –
चिली | अर्जेंटीना |
पराग्वे | ब्राजील |
नामीबिया | बोत्सवाना |
दक्षिण अफ्रीका | मोजाम्बिक |
मेडागास्कर | ऑस्ट्रेलिया |
फ्रेच पोलीनेशिया | टोंगा |
विषुवत रेखा पर बसे हुए देश –
इक्वाडोर | कोलंबिया |
ब्राजील | गैबोन |
कांगो | कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य |
युगांडा | केन्या |
सोमालिया | इंडोनेशिया |
साओ टोम और प्रिंसेप | मालदीव |
किरिबाती |
देशांतर रेखाएं –
देशांतर रेखाओं को पृथ्वी की सतह पर उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक खींचा गया है । ये पृथ्वी पर वृहद वृत्त नहीं बनातीं हैं । ये पृथ्वी की सतह पर अर्द्ध वृत्ताकार रूप में हैं । पृथ्वी की सतह पर इनकी कुल संख्या 360 है। ये सभी एक दूसरे से 1° की दूरी पर खींची गई हैं । पृथ्वी को 1° देशांतर के घूर्णन में 4 मिनट का समय लगता है। 0° देशांतर को ग्रीनविच मीन रेखा या अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा के नाम से जाना जाता है । इसी रेखा के आधार पर विश्व भर में समय जोन को निर्धारित किया गया है । 0° देशांतर से पूर्व में स्थित देशांतर रेखाओं को पूर्वी देशांतर औऱ इससे पश्चिम में अवस्थित देशांतर रेखाओं को पश्चिमी देशांतर के नाम से जाना जाता है । 180° पूर्वी या पश्चिमी देशांतर रेखा को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line) के नाम से जाना जाता है । विश्व भर में तारीख का निर्धारण इसी देशांतर के अनुसार होता है ।