चीन सामान्य ज्ञान (China General Knowledge) – चीन एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश है। जनसंख्या की दृष्टि से यह विश्व का सबसे बड़ा देश है। यह क्षेत्रफल औऱ जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से एशिया का सबसे बड़ा देश है। इसकी राजधानी बीजिंग जलपोत निर्माण औऱ वस्त्र उद्योग का प्रमुख केंद्र है। मकाओ व हांगकांग चीन में सम्मिलित किये गए नए भू-भाग हैं। जो पहले पुर्तगाल और ब्रिटेन के उपनिवेश थे।
चीन की जलवायु –
चीन की जलवायु रुपांतरित मानसून है। यह वर्षा औऱ तापमान के मामले में भारतीय मानसून से भिन्न है। दक्षिणी चीन में वर्षा मई से सितंबर के बीच होती है। इसके मुकाबले उत्तरी चीन में वर्षा देर से प्रारंभ होती है औऱ अगस्त में समाप्त हो जाती है। चीन में दक्षिण से उत्तर की ओर औऱ पूर्व से पश्चिम की ओऱ वर्षा कम होती जाती है।
चीन की नदियाँ –
सीक्यांग, टीसीक्यांग औऱ ह्वागहों यहां की बड़ी नदियां हैं। ये तीनों ही पूर्व की ओऱ बहती हुई प्रशांत महासागर से मिलती है। इनमे सबसे उत्तर में ह्वांगहो बहती है औऱ अपने साथ पीली मिट्टी को बहा के लाती है, जिसके कारण इसे पीली नदी भी कहा जाता है।
चीन के पठार औऱ मरुस्थल –
इसके उत्तर में तकलामकान पठार है, जो शीत मरुस्थल है। उत्तरी चीन मंगोलिया के पठार का हिस्सा है। इसके उत्तरी भाग में ही गोबी का मरुस्थल भी है। विश्व के सबसे विस्तृत पठार तिब्बत के पठार का अधिकांश भाग अब चीन में ही है।
चीन की सीमा से लगे देश –
यह विश्व में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय सीमाओं वालो देश है। इसकी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं उत्तर कोरिया, रुस, मंगोलिया, कजाकिस्तान, किरगिस्तान, ताजिकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान, म्यांमार, लाओस, विएतनाम से मिलती हैं।
चीन के औद्योगिक केंद्र –
चीन के वस्त्र उद्योग मुख्यतः ह्वांगहो और यांगटीसीक्यांग नदियों की घाटियों में विस्तृत हैं। शंघाई चीन का मानचेस्टर कहलाता है। यह देश का सूती वस्त्र उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र औऱ पत्तन है। अंशान-मुकदेन को चीन का पिट्सबर्ग कहा जाता है।
चीन सामान्य ज्ञान से जुड़े महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य –
- चाय की शुरुवात चीन से ही हुई।
- सनयात सेन को चीन का राष्ट्रपिता कहा जाता है।
- साल 1905 में सनयात सेन ने तुंग-मेंग दल की स्थापना की, इसका मकसद चीन से मंचू वंश का अंत करना था।
- समयात सेन के तीन सिद्धांत थे – लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, सामाजिक न्याय।
- यहां पर क्रांति 1911 में सनयात सेन के नेतृत्व में हुई औऱ देश से मंचू राजवंश का पतन हो गया।
- इसके बाद चीन में गणतंत्र की स्थापना हुई।
- सनयातसेन की मृत्यु वर्ष 1925 में हो गई।
- देश में कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना साल 1921 में हुई।
- इनके बाद 1926 में च्यांग काई शेक ने पार्टी का नेतृत्व और केंद्र सरकार की सत्ता नानकिंग में संभाली।
- साम्यवादियों के दमन के लिए इसने ब्लूशर्ट आतंकवादी दल का गठन किया।
- वर्ष 1928 में देश में गृहयुद्ध की शुरुवात हो गई।
- चीनी साम्यवादी गणतंत्र का पहला प्रधानमंत्री चाऊ-एन-लाई था।
- चीनी साम्यवादी गणतंत्र की राजधानी हूनान थी।
- चीन में खुले द्वार की नीति का प्रतिपादक जॉन हे था।
- चीन को एशिया के मरीज के नाम से भी जाना जाता है।
माओत्से तुंग –
माओत्से तुंग चीनी साम्यवादी गणतंत्र के पहले अध्यक्ष थे। इनका जन्म 1893 में हुनान में हुआ था। इन्होंने साल 1925 में हूनान में हुए विशाल किसान आंदोलन का नेतृत्व किया। 1 अक्टूबर 1949 को इनके नेतृत्व में देश में जनवादी गणतंत्र की स्थापना हुई।