दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारत में फिल्म के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। इसकी स्थापना 1969 ई. में दादा साहेब की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में की गई थी। यह ‘सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय’ द्वारा स्थापित ‘फिल्म समारोह निदेशालय’ द्वारा हर साल प्रदान किया जाता है। यह किसी व्यक्ति विशेष को उसके भारतीय सिनेमा के विकास में दिये गए आजीवन उत्कृष्ट योगदान हेतु प्रदान किया जाता है। प्राप्तकर्ता को एक समिति द्वारा चुना जाता है। इस पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण कमल, एक शॉल के साथ 10 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। यह साल के अंत में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ प्रदान किया जाता है। देविका रानी दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम व्यक्ति थीं। भारतीय सिनेमा मे फाल्के जी के योगदान को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार द्वारा इस पुरस्कार की शुरुवात की गई।
दादा साहेब फाल्के –
भारतीय सिनेमा के जनक कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1870 ई. को हुआ था। ये एक भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक व स्क्रीन राइटर भी थे। इन्होंने भारत की प्रथम पूर्ण लम्बाई वाली फिल्म हरिश्चन्द्र (1913) का निर्देशन किया था। इन्होंने 19 वर्ष के अपने फिल्मी करियर में 95 फिल्में और 27 शॉर्ट फिल्मे बनाईं। 16 फरवरी 1944 को इनकी मृत्यु हो गई।
देविका रानी –
देविका रानी को भारतीय सिनेमा की पहली महिला के रूप में जाना जाता है। इन्होंने फिल्म अभिनय की शुरुवात फिल्म कर्मा (1933) से की थी, जो अंग्रेजी भाषा की पहली भारतीय फिल्म थी। यह पहली भारतीय फिल्म थी जसमें पहली बार ऑन स्क्रीन चुंबन का प्रदर्शन किया गया था। इन्होंने 1934 ई. में भारत की पहली Public Limited Film Company की स्थापना की।
आशा पारेख –
भारतीय फिल्म अभिनेत्री आशा पारेख को सितंबर 2022 में 52वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसकी घोषणा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा ट्विटर के माध्यम से की गई। ‘कटी पतंग’, और ‘आन मिलो सजना’ जैसी लोकप्रिय फिल्मों के लिए जानी जाती हैं। 1960 से 1970 के दशक में इस अभिनेत्री का हिन्दी फिल्म जगत में खूबसूरती व अभिनय का जलवा था। इन्होंने 1952 ई. में रिलीज हुई फिल्म ‘माँ’ से चाइल्ट एक्टर के रूप में अभिनय की शुरुवात की थी। इसके बाद बाल कलाकार के रूप में ही इन्होंने कई फिल्में कीं। बतौर लीड एक्ट्रेस शम्मी कपूर के साथ इनकी पहली फिल्म ‘दिल देके देखो’ (1959) थी।
दादा साहेब फाल्के अकेडमी –
भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाले दादा साहेब फाल्के अवार्ड के अतिरिक्त दादा साहेब फाल्के अकेडमी द्वारा भी तीन अन्य पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। ये हैं – फाल्के रत्न अवार्ड, फाल्के कल्पतरु अवार्ड, और दादा साहेब फाल्के अकेडमी अवार्ड्स।
अवार्ड के संबंध में कोर्ट का फैसला –
साल 2006 में बम्बई हाईकोर्ट ने फिल्म महोत्सव निदेशालय को निर्देश दिये कि वह इस पुरस्कार के लिए बिना सेंसर की गई फिल्मों पर ही विचार करे। फिल्म महोत्सव निदेशालय ने इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी। तब सर्वोच्च न्यायालय ने फिल्म महोत्सव निदेशालय के हक में फैसला दिया। अदालती फैसले में देरी के कारण उस वर्ष के इन पुरस्कारों की घोषणा 2008 में की गई।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची –
- 2022 – आशा पारेख
- 2021 – रजनीकांत
- 2018 – अमिताभ बच्चन
- 2017 – विनोद खन्ना (मरणोपरांत)
- 2016 – के. विश्वनाथन
- 2015 – मनोज कुमार
- 2014 – शशि कपूर
- 2013 – गुलजार
- 2012 – प्राण
- 2011 – सौमित्र चटर्जी
- 2010 – के. बालाचंदर
- 2009 – डी. रामानायडू
- 2008 – वी. के. मूर्ती (यह पुरस्कार पाने वाले पहले सिनेमैटोग्राफर)
- 2007 – मन्ना डे
- 2006 – तपन सिन्हा
- 2005 – श्याम बेनेगल
- 2004 – अदूर गोपालकृष्णन
- 2003 – मृणाल सेन
- 2002 – देवानन्द
- 2001 – यश चोपड़ा
- 2000 – आशा भोसले
- 1999 – ऋषिकेश मुखर्जी
- 1998 – बी. आर. चोपड़ा
- 1997 – प्रदीप
- 1996 – शिवाजी गणेशन
- 1995 – राजकुमार
- 1994 – दिलीप कुमार
- 1993 – मजरूह सुल्तानपुरी
- 1992 – भूपेन हजारिका
- 1991 – भलजी पेंडलकर
- 1990 – ए. एन. राव
- 1989 – लता मंगेशकर
- 1988 – अशोक कुमार
- 1987 – राज कपूर
- 1986 – बी. नेगी. रेड्डी
- 1985 – वी. शांतरम
- 1984 – सत्यजीत रे
- 1983 – दुर्गा खोटे
- 1982 – एल. वी. प्रसाद
- 1981 – नौशाद
- 1980 – मैडी जयराज
- 1979 – सोहराब मोदी
- 1978 – रायचंद बोरल
- 1977 – नितिन बोस
- 1976 – कानन देवी
- 1975 – धीरेंद्रनाथ गांगुली
- 1974 – बी. एन. रेड्डी
- 1973 – रूबी मेयर्स
- 1972 – पंकज मुलिक
- 1971 – पृथ्वीराज कपूर (मरणोपरांत)
- 1970 – बीरेंद्रनाथ सरकार
- 1969 – देविका रानी