तिरुपति मंदिर के पास 2.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित, 15 नवंबर को मनाया जाएगा जनजातीय गौरव दिवस, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की अवधि को बढ़ाया, 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन की मेजबानी करेगा फिजी…
तिरुपति मंदिर के पास 2.5 लाख करोड़ की संपत्ति –
तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के प्राचीन मंदिर के शासी निकाय ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ के पास 2.5 लाख से अधिक की सम्पत्ति होने की घोषणा की गई है। कई बैंकों में एफडी के माध्यम से इस मंदिर की संपत्ति सितंबर 2022 के अंत तक 15,938 करोड़ रुपये तक पहुँच गई। इसके अतिरिक्त ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ के पास बैंकों में जमा 10.25 टन सोना भी है। साथ ही ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ के पास देश में 7000 एकड़ से अधिक की 900 से ज्यादा अचल संपत्तियां भी हैं। मंदिर के पास यह संपत्ति ONGC, विप्रो, नेस्ले जैसी कंपनियों के पूँजी बाजार से ज्यादा है। ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ की स्थापना 1933 ई. में की गई थी, तब से इसने पहली बार अपनी संपत्ति की घोषणा की है। देश की प्रमुख सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक का मार्केट कैप 1.99 लाख करोड़ रुपये है। पूँजी के मामले में ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ इन सभी से आगे है।
जनजातीय गौरव दिवस –
15 नवंबर को देश के स्कूलों में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। इसकी घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा की गई। यह देश के महान जनजातीय नेता बुरसा मुंडा की जन्मतिथि को इंगित करता है। देश भर के आदिवासी समुदाय इन्हें अपना आदर्श मानते हैं।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना –
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की अवधि को आगे बढ़ाने संबंधी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके लिए 14,832 करोड़ रुपये का वित्तीय आवंटन किया गया है। इस योजना के तहत नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) स्थापित किये जा रहे हैं। इन एम्स का निर्माण पूरी तरह से केंद्र के धन से किया जाएगा।
12वां विश्व हिन्दी सम्मेलन –
12वें विश्व हिन्दी दिवस की मेजबानी फिजी द्वारा की जाएगी। इस सम्मेलन का आयोजन 15 से 17 फरवरी के बीच किया जाएगा। पहली बार यह सम्मेलन किसी पैसिफिक देश में किया जाएगा। इसका आयोजन फिजी के शहर नाडी में किया जाएगा। हिन्दी के विश्व स्तर पर प्रचार व प्रसार के उद्देश्य से 10 जनवरी 1975 को तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन नागपुर में आयोजित किया गया था। मॉरीशस के तात्कालिक प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम पहले विश्व हिन्दी सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे।
Very good notes for current affairs