बदायूँ से प्राप्त 11 वीं सदी के अभिलेख के अनुसार इसका पूर्व नाम वोदामयूता था। यह दिल्ली सल्तनत का एक महत्वपूर्ण इक्ता था। कुतुबद्दीन ऐबक ने 1222 में यहाँ पर जामा मस्जिद का निर्माण कराया था। शासक बनने से पहले इल्तुतमिश बदायूं का ही गवर्नर था। अलाउद्दीन ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष यही पर बिताये थे। इसके बाद हुमायूँ को भी यहाँ का प्रशासक बनाया गया था। अकबर के प्रसिद्द लेखक अब्दुल कादिर बदायूँनी ने इसे अपनी आँखों से देखा और यहाँ पर काफी समय व्यतीत किया। बदायूँनी का मकबरा भी यहीं पर अवस्थित है। सूफी संत निजामुद्दीन औलिया यहीं के निवासी थे। दिल्ली सल्तनत के सैय्यद वंश के शासक अलाउद्दीन आलमशाह ने 1450 ईo में दिल्ली की गद्दी छोड़ दी और बदायूं में आ गया। इसके बाद अपनी मृत्यु (1476 ईo में) तक बदायूं पर शासन करता रहा। बदायूँ जिले का कुल क्षेत्रफल 4234 वर्ग किमी है। 2011 की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या 31,29,000 है। बदायूँ में कुल 05 तहसीलें – बदायूँ सदर, दातागंज, सहसवान, बिल्सी, बिसौली हैं।
जिला बदायूँ एक नजर में (Budaun District at a Glance)
जिला | बदायूँ |
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उपनाम | निजामुद्दीन औलिया नगर |
पूर्व नाम | वोदामयूता |
क्षेत्रफल | 4234 वर्ग किमी |
जनसंख्या | 3129000 |
प्रमुख मस्जिद | जामा मस्जिद |
मकबरा | बदायूंनी का मकबरा |
तहसीलें | 05 |
जनसंख्या में दशकीय वृद्धि | 20 % |
लिंगानुपात | 871 |
जनघनत्व | 712 |
साक्षरता | 51.3 % |
विकासखंड | 15 |
नगरपालिकाएं | 07 |
पुलिस स्टेशन | 19 |
राजस्व ग्राम | 1474 |
कुल गाँव | 1698 |
मिट्टी | जलोढ़ मिट्टी |
नदियां | गंगा, रामगंगा |
कृषि जलवायु प्रदेश | मध्य पश्चिमी मैदान |
भाषाएं | हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, कौरवी |
फलपट्टी क्षेत्र | ककराला (अमरुद) |
मंडल | बरेली |
RTO कोड | UP 24 |