अब सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक में प्रवेश लेने के लिए देना होगा टेस्ट। अब 12वीं की परीक्षा के मार्क्स के आधार पर नहीं मिलेगा कोई फायदा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grant Commission – UGC) ने इससे संबंधित फैसला लिया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (National Testing Agency – NTA) ने स्नातकों, स्नातकोत्तर एवं रिसर्च प्रोग्राम्स में प्रवेश लेने के लिए एक नए Common Universities Entrance Test (CUET) की घोषणा की है। अभी इसकी घोषणा केंद्रीय विश्वविद्यालयों के सभी सत्रों के लिए की गई है। इसलिए इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा नाम दिया गया है। यह एक अखिल भारतीय परीक्षा होगी जिसका आयोजन National Testing Agency कराएगी। इसे 2022-23 के सत्र से लागू किया जाएगा। इसके लिए एनटीए ने नोटिफेकशन को अपनी आधिकारिक वेबराइट पर जारी कर दिया है। NTA उच्चतर शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त संगठन है। इस एजेंसी को शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया है। CUET को कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में कराया जाएगा। अब जो भी छात्र स्नातक में प्रवेश लेना चाहेंगे उन्हें यह परीक्षा देनी पड़ेगी। इसके बाद ही वे स्नातक में प्रवेश ले पायेंगे। इसके लिए ऑनलाइन फार्म 2 अप्रैल 2022 को ओपिन होगा। इसका लिंक आधिकारिक वेबसाइट https://cuet.samarth.ac.in/ पर उपलब्ध होगा। यह टेस्ट चार Sections में विभक्त होगा। यह परीक्षा स्नातक में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को देश के किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए सिंगल विंडो अवसर प्रदान करेगी। NTA द्वारा पहली बार यह परीक्षा इसी साल 2022 में देश के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए आयोजित की जाएगी। हालांकि प्रवेश प्रक्रिया के चुनाव का अधिकार इन विश्वविद्यालयों के पास होगा।
क्यों पड़ी इसकी आवश्यकता ?
दरअसल यूजीसी ने इसके संबंध में बताया है कि सभी राज्यों के अलग-अलग शिक्षा बोर्ड्स में 12वीं के स्टूडेंट्स को मार्क्स देने के अलग-अलग पैटर्न हैं। अतः इन अंकों के आधार पर प्रवेश देना न्यायसंगत नहीं लगता।
हालांकि इससे पहले ऐसा ही एक टेस्ट CUCET साल 2010 में शुरु किया गया था। लेकिन पिछले साल तक इससे मात्र 14 केंद्रीय विश्वविद्यालय ही जुड़े। लेकिन इस नई परीक्षा के तहत देश के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए यह टेस्ट अनिवार्य किया गया है। नई शिक्षा नीति के ऐलान के बाद यूजीसी द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
प्रश्न पत्र एवं पैटर्न –
- Section 1A – 13 Languages
- Section 1B – 19 Languages
- Section 2 – 27 Domain Specific Subjects
- Section 3 – General Test
इस परीक्षा में कुल 3 सेक्शन होंगे। इनमें पहला सेक्शन अनिवार्य एवं भाषा पर आधारित होगा। दूसरा सेक्शन डोमेन विशिष्ट परीक्षा का और तीसरा सामान्य परीक्षा का होगा। छात्र को Section 1A में से कोई एक भाषा चुननी होगी। परंतु इस सेक्शन में दी गईं 13 भाषाओं के इतिरिक्त भाषा को भी चुना जा सकता है। इस सेक्शन के सभी विषयों में कुल 50 प्रश्न होंगे जिनमें 40 अटेम्प्ट करने होंगे। सभी भाषाओं के लिए इस टेस्ट की समय सीमा 45 मिनट निर्धारित की गई है। डोमेन सेक्शन में 27 डोमेन विषयों की पेशकश की गई है। उम्मीदवार के पास लागू विश्वविद्यालय द्वारा 6 विषय चुनने का विकल्प होगा। इस खण्ड में भी उम्मीदवार को 50 में से 40 प्रश्न अटेम्प्ट करने होंगे। ये प्रश्न NCERT के 12वीं के पाठ्यक्रम पर आधारित MCQ होंगे। इस सेक्शन के लिए भी 45 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। वहीं तीसरे सेक्शन की बात करें तो यह थोड़ा अलग है। इसमें 75 प्रश्न होंगे जिनमें से 60 अटेम्प्ट करने होंगे। इस सेक्शन के लिए समय सीमा 60 मिनट (1 घंटा) निर्धारित की गई है।