लेखपाल कैसे बनें ? ‘आप लेखपाल कैसे बन सकते हैं’ ? कैसे करें लेखपाली की तैयारी ? किन बातों का रखें ध्यान ?
अगर आप भी उत्तर प्रदेश राजस्व लेखपाल बनना चाहते हैं और इसके लिए आवेदन कर चुके या आवेदन करने जा रहे हैं, तो ये लेख आपके लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। क्योंकि ये लेख पिछली बार 2015 में आयी लेखपाल भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार (Interview) के आधार पर तैयार किया गया है।
Step-1 लेख को पूरा पढ़ें। यह स्टैप सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि आप लेखपाल बनने जा रहे हैं और उसकी सबसे महत्वपूर्ण जानकारी के लिए ही 10 मिनट नहीं दे सकते तो आप लेखपाल तो क्या किसी भी परीक्षा में सफल नहीं हो सकते। इसलिए इस लेख को अत्यंत ध्यानपूर्वक पढ़ें।
Step-2 आयोग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी होते ही आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पे जाएं और संबंधित परीक्षा के संबंध में दिशा-निर्देशों को ध्यानपूर्व पढ़ें। इस बात की पूरी तरह से पुष्टि कर लें कि उक्त परीक्षा के लिए आप योग्य हैं अथवा नहीं। क्योंकि आयोग की गाइडलाइन में दिया रहता है कि आयोग ने पहले से आपकी पात्रता की जांच नहीं की है अतः किसी भी स्तर पर अयोग्य पाये जाने पर आपको चयन के किसी भी स्तर पर पहुँचने पर भी बाहर कर दिया जाएगा। अतः यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी पात्रता जैसे – आयु सीमा, शिक्षा इत्यादि की पुष्टि कर लें।
Step-3 यदि आपके पास कम्पयूटर है और स्वयं फार्म भर सकते हैं। तो किसी फी कैफे इत्यादि पर जाने से बचें क्योंकि वो लोग सैकड़ों लोगों के फार्म फरते हैं। हालांकि फार्म भरने के बाद वो सबमिट करने से पहले दिखाते हैं। लेकिन बहुत सी ऐसी छोटी-मोटी गलतियां होती हैं जो कभी-कभी नजरों के सामने होने पर भी नजर नहीं आती। हाँ लेकिन यही छोटी गलती आयोग को नजर आ जाती है और आपकी सारी मेहनत पर पानी फेर सकती है। तो अब फार्म को भरें और ध्यान रहे किसी प्रकार की त्रुटि न करें, हमेशा अपना नवीन फोटो ही लगाएं। क्योंकि परीक्षा में सफल होने के बाद भी आपकी तरफ से हुई किसी भी प्रकार की त्रुटि आपके चयन में बाधा बन सकती है। जैसे नाम, पिता का नाम, पता इत्यादि में गलती। क्योंकि लगभग सभी भर्तियों के नोटिफिकेशन में ये दिया होता है कि चयन के किसी भी स्तर पर अभ्यर्थी के अयोग्य पाये जाने पर उसे चयन से बाहर किया जा सकता है।
Step-4 फार्म भर जाने के बाद अब दो प्रकार के प्रतियोगी होते हैं। एक तैयारी में लग जाते हैं, दूसरे परीक्षा की तिथि आने तक इसे भूल जाते हैं। पहली कैटागिरी के अभ्यर्थियों को ही सफलता मिलती है। क्योंकि दिन प्रतिदिन कॉम्पिटीशन कितना कठिन होता जा रहा है, आप सभी इस बात से अनभिज्ञ नहीं हैं। इसलिए अब रेस में वही बाजी मारेगा जिसकी तैयारी में दम होगा। इसलिए फार्म भरते ही तैयारी में लग जाएं।
Step-5 पढ़ना क्या है ? अब ये सबसे कठिन प्रश्न है कि पढ़ें क्या और कहाँ से ? क्योंकि एक वक्त था जब लोग सिर्फ अखबार और एक-दो किताबों के सहारे परीक्षा पास कर लिया करते थे। लेकिन आज अखबार, पत्रिका, किताब, यूट्यूब से लेकर ऑनलाइन वेबसाइट तक मण्डी खड़ी हो गई है। आप कम्पिटीशन बुक हाउस पे जायेंगे तो वहाँ किताबों का ठेर पायेंगे। इतनी किताबें न तो आप खरीद पायेंगे और न ही पढ़ पायेंगे और न ही हर कितान वहाँ उपलब्ध होगी। इसके लिए आप अगला स्टेप पढ़ें।
Step-6 आयोग की वेबसाइट से उक्त परीक्षा का पाठ्यक्रम डाउनलोड करें। क्या पढ़ना है से भी अधिक महत्वपूर्ण है कि क्या नहीं पढ़ना है। अर्थात आप सबसे पहले ये देख लें कि इस परीक्षा में क्या-क्या पूछा जाने वाला है। क्योंकि सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का पाठ्यक्रम अगल-अलग होता है।
Step-7 रोज कितने घण्टे पढ़ें ? ये सवाल अभ्यर्थियों को तब दुविधा में डाल देता है जब वे किसी से सुन लेते हैं कि मैं रोज 8 घण्टे या 12 घण्टे पढ़ता हूँ। लेकिन पढ़ाई में घण्टों से अधिक महत्वपूर्ण है एकाग्रता। यदि आप पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई करते हैं तो 4 घण्टे भी काफी हैं। बस ध्यान रहे कि उस वक्त बाकी दुनिया को भूल जाएं।
Step-8 खुद के नोट्स बनाएं। ध्यान रखें वर्तमान में कोई एक ऐसी पुस्तक नहीं है जिसके पढ़ने से आपका चयन हो जाएगा या उसे न पढ़ने से आपका चयन रुक जाएगा। जानकारी लेने के बहुत से श्रोत हैं। जैसे – किताब, अखबार, मैगजीन, वेबसाइट, यूट्यूब, सोशल मीडिया इत्यादि। लेकिन ये जानकारी प्राप्त होने के 2, 3 दिन बाद ही दिमाग से निकल जाती है। इसलिये एक डायरी या कॉपी लें और उसपर महत्वपूर्ण प्रश्नों को लिखें और हर Sunday को इन्हें पढ़ें। क्योंकि फार्म भरने के बाद परीक्षा होने में 6-7 महीने का समय लग ही जाता है। यह समय ऐसी सामान्य परीक्षा पास करने के लिए काफी होता है। इतने समय में आप बहुत सारा पढ़ सकते हैं, और उतना ही भूल भी सकते हैं। इसलिए अंतिम समय के लिए अपने स्वयं के नोट्स अवश्य बनाएं और सप्ताह में एक बार पढ़ते भी रहें। इन नोट्स में आपकी 6 माह की मेहनत का ऐसा निचोड़ होना चाहिए जिसे अंतिम दिन 4-5 घण्टों में रिवाइज किया जा सके।
Step-9 तैयारी के दौरान याद रखने वाली महत्वपूर्ण बातें –
- नकारात्मक लोगों और बातों से दूर रहें।
- ‘अरे सरकारी नौकरी में तो पैसा चलता है’ ये बोलने वालों से अत्यंत सावधान रहें। यकीन मानिये मेरे साथ के 4 लोगों का चयन 2015 वाली पिछली भर्ती में ही हुआ था। हम चारों ही अलग जाति के अलग वर्ग व धर्म के भी हैं। अर्थात् ऐसी किसी भी प्रकार की फालतू की बात पर ध्यान न दें किसी जाति या धर्म विशेष को वरीयता दी जाएगी। याद रखें आपकी सफलता की कामना से ज्यादा गिनती आपको असफल होता देखने वालों की है। अतः ये लोग आपको रास्ते से भटकाने की पूरी कोशिश करेंगे। पर मुझे पूरा यकीन है आप डटे रहेंगे।
- अपने उन सभी दस्तावेजों का नवीनीकरण करा लें जो 1 साल या दो साल के लिए ही वैध होते हैं। ये वेहद जरूरी है कि जब अंत में आपका Document Verification हो, तब आपके पास सभी दस्तावेज सही और नवीनीकृत हों।
- प्रतिदिन पढ़ें व नोट्स बनाएं।
Step-10 (अत्यंत महत्वपूर्ण बात) –
संबंधित परीक्षा के पिछले पेपर को अवश्य देखें। लेकिन सिर्फ परीक्षा का पैटर्न पता करने के लिए ही। पिछले पेपर को देखकर आने वाले पेपर का स्तर निर्धारित करने की भूल बिल्कुल न करें। ऐसा करना आपकी सबसे बढ़ी भूल साबित हो सकती है। आप किसी भी परीक्षा के पुराने पेपर उठा कर देखें वो आपको बेहद आसान लगेंगे। आपको लगेगा कि यदि आपने उस वक्त परीक्षा में भाग लिया होता तो आपका चयन पक्का हो चुका होता। परंतु यह मन का भ्रम मात्र है, कैसे ? तो समझिये… हर परीक्षा में आधे से ज्यादा ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं जो किसी किताब में होते ही नहीं। लेकिन परीक्षा के बाद आने वाली हर किताब में उन प्रश्नों को अंकित कर दिया जाता है। यही वजह है कि पुराने प्रश्न-पत्र हमें आसान लगते हैं। लेकिन आने वाला प्रश्न-पत्र फिर वैसा ही हवाहवाई होगा, इसलिए पिछले पेपर को देखकर ओवर कॉन्फिडेंस में न आयें। अपने ज्ञान एवं तैयारी को जांचने के लिए Mock Test अवश्य लेना चाहिए।
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लेखपाल परीक्षा का पाठ्यक्रम (Syllabus) –
सामान्य हिन्दी –
- विलोम शब्द,
- अनेकार्थी शब्द,
- पर्यायवाची शब्द,
- संधि,
- समास,
- तत्सम तद्भव,
- वाक्यांश के लिए एक शब्द,
- लोकोक्तियां,
- मुहावरे,
- वर्तनी, त्रुटि से संबंधित
- वाक्य संशोधन
- लिंग, वचन, कारक, काल
- अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न।
गणित –
अंकगणित व सांख्यिकी – संख्या पद्यति, प्रतिशतता, लाभ-हानि, सांख्यिकी आंकड़ो का वर्गीकरण, बारम्बारता, बारम्बारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारम्बारता, आंकड़ो का निरूपण, दण्ड चार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र, बारम्बारता बहुभुज, केंद्रीय माप, समान्तर माध्य, माध्यिका व बहुलक।
बीजगणित – सघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य और उनमें संबंध, युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण, गुणनखंड, क्षेत्रफल प्रमेय।
रेखागणित – त्रिभुज संबंधी पाइथागोरस प्रमेय, त्रिभुज, आयत, वर्ग, समलम्ब, समानान्तर चतुर्भुज, समचतुर्भुज के परिमाप तथा क्षेत्रफल, वृत्त की परिधि एवं क्षेत्रफल।
ग्राम्य समाज एवं विकास –
ग्राम्य विकास भारतीय संदर्भ में, ग्रामीण सामाजिक विकास, ग्राम्य विकास कार्यक्रम, ग्राम्य विकास और भूमि सुधार, ग्राम्य विकास योजनाएं एवं प्रबंध, ग्राम्य विकास शोध प्रणालियां, ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाएं, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था, ग्राम्य विकास से संबंधित केंद्र व राज्य सरकार की योजनाएं।
सामान्य ज्ञान –
- राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाक्रम
- सामान्य विज्ञान
- भारत का इतिहास
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- सामान्य विज्ञान के प्रश्न
- भारतीय राजव्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था
- विश्व भूगोल तथा जनसंख्या
- कम्प्यूटर के प्रारंभिक ज्ञान से संबंधित प्रश्न।
दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से संबंधित विषयों सहित विज्ञान के सामान्य प्रबोध एवं जानकारी पर होंगे, जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने किसी वैज्ञानिक विषय का अध्ययन न किया हो।
भारत के इतिहास के अंतर्गत आर्थिक सामाजिक, सांस्कृति तथा राजनीतिक पक्षों की व्यापक जानकारी पर ध्यान देना होगा। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर अभ्यर्थियों से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति तथा विशेषता, राष्ट्राद का अभ्युदय तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के बारे में सामान्य ज्ञान अपेक्षित है।
भारतीय राज व्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था के अंतर्गत भारतीय राजव्यवस्था, भारतीय संविधान, भारत की अर्थव्यवस्था तथा नियोजन के व्यापक लक्षणों की जानकारी पर प्रश्न होंगे।
विश्व भूगोल तथा जनसंख्या में केवल विषयों की सामान्य जानकारी की परख होगी जिसमें भारत के भूगोल में भौतिक/पारिस्थितिक, आर्थिक, सामाजिक, जनांकिकीय प्रश्नों पर विशेष बल दिया जाएगा। अभ्यर्थियों से उपरोक्त की सामान्य जानकारी अभिज्ञा विशेषतः उत्तर प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में अपेक्षित है।
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